पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुुरुवार काे कमलनाथ सरकार पर निशाना साधा। उन्हाेंने कहा यह सरकार अहंकार में चूर हो गई है, लेकिन अन्याय की आवाज उठाने वालों के साथ दमन का रास्ता अपनाया तो तख्त-ओ-ताज उखड़ जाएंगे। उन्होंने उज्जैन में अनुमति नहीं दिए जाने के मामले को भी उठाया। सरकार काे चेतावनी देते हुए कहा कि इंदौर में 12 जनवरी को भव्य यात्रा निकलेगी, जितने मुकदमे कायम करना चाहे कर ले। उनके हाथ दुख जाएंगे, लेकिन आंदोलनकर्ताओं के मुंह बंद नहीं होंगे। अगर जनता की समस्या को लेकर अधिकारियों से मिलना चाहते थे, कैलाश विजयवर्गीय तो क्या गलत था। मेरे अंदर भी आग है और आम जनता में भी आग है।
पूर्व मुख्यमंत्री चौहान यहां पूर्व सांसद और विधायक मनोहर ऊंटवाल से मिलने अस्पताल पहुंचे थे। भाजपा विधायकों और सांसदों पर केस दर्ज करने के मामले में कहा कि कमलनाथ सरकार सत्ता में चूर हो गई है। ये लोकतंत्र को कुचलने की कोशिश कर रहे हैं। जनता की आवाज उठाने पर क्या ये मुकदमे बनाएंगे। एफआईआर लिखी जाएगी। कितनों के खिलाफ एफआईआर करेंगे। एफआई करते-करते हाथ थक जाएंगे, लेकिन लड़ने वालों की कमी नहीं आएगी। मैं कमलनाथ काे चेतावनी देता हूं कि यह अन्याय की अति है और जुर्म की पराकाष्ठा है। यदि राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय वे अगर इंदौर की समस्या के लिए अफसरों से समय मांगते हैं तो क्या उनके पास समय नहीं है। अफसर किस काम के लिए हैं। जनता की आवाज नहीं सुपनी जाएगी क्या, जननेता अनदेखा किए जाएंगे। धरना देने पर मुकदमें बनाएं जाएंगे। उज्जैन में सीएए के समर्थन में रैली को अनुमति नहीं दी तो रैली ने रेला का रूप ले लिया। यदि दमन करने की कोशिश की तो जमीन पर आ जाएंगे।